मोदी सरकार ने तीन तलाक को जुर्म घोषित कर इसके लिए सजा मुकर्रर करने संबंधी विधेयक को राज्यसभा में पेश किया है, लेकिन लोकसभा की तर्ज पर इसे उच्च सदन राज्यसभा में पास कराना आसान नहीं लग रहा है. तीन तलाक बिल पर राज्यसभा में दोपहर 4.30 बजे से बहस शुरू होगी. इस बिल पर करीब चार घंटे बहस होगी. सूत्रों के मुताबिक सरकार बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग पर सहमत हो गई है. बता दें कि कल राज्यसभा में बिल पेश कर दिया था, लेकिन विपक्ष के भारी हंगामे की वजह से चर्चा शुरू नहीं हो सकी.
कल केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि जान बूझकर तीन तलाक बिल को लटकाने की कोशिश की जा रही है. आज भी बहुत बड़ी संख्या में तीन तलाक दिया जा रहा है. ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.’’
कांग्रेस तीन तलाक बिल के उस हिस्से पर ऐतराज जता रही है, जिसमें पति को तीन साल की जेल होने की बात कही गई है. इसी में संशोधन की मांग को लेकर कांग्रेस ने बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की वकालत की है. अगर सेलेक्ट कमेटी में बिल चला गया तो संसद के शीतकालीन सत्र में बचे दो दिनों में तीन तलाक के खिलाफ बिल पास नहीं हो पाएगा.