खबरगुरु (रतलाम) 19 अगस्त। इस बार भले ही त्योहारों पर कोरोना का ग्रहण लगा हो लेकिन मंगलमूर्ति भगवान गणेश के आगमन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। गणेश चतुर्थी को लेकर गणपति का आकर्षक श्रृंगार किया जा रहा है। गणेश चतुर्थी 22 अगस्त को मनाई जाएगी। गणपति बप्पा की मूर्तियों को तैयार करने ओर सजाने-संवारने का काम तेज हो गया है। इस बार पांडालों में नहीं हर घर में विराजेंगे श्रीगणेश।
10 दिन तक चलने वाला गणेश उत्सव 22 अगस्त को
भगवान गणेश को ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रुप में पूजा जाता है। पुराणों में वर्णित है कि भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के दौरान हुआ था। 10 दिन तक चलने वाला गणेश उत्सव 22 अगस्त को से शुरु हो रहा है।[divider]
मूर्तिकार बोले: कोरोना का आस्था पर असर नहीं
प्रतिमा बनाने वाले कलाकारों ने मूर्तियों को अंतिम रुप देना शुरु कर दिया है। मूर्तिकार जितेन्द्र परमार ने ने खबरगुरू डॉट कॉम को बताया कि इस वक्त सारा संसार कोरोना के बीच जी रहा है, लेकिन आस्था पर इसका कहीं असर नहीं है। ज्यादातर मूर्तियां बाहरी जिलो से मंगाई जाती है और यहां पर श्रृंगार कर मूर्तियो को सुन्दर रूप दिया जाता है। मूर्तियों को मोतियों से भी सजा रहे हैं। लोग आ रहे हैं और अपनी मनपसंद के गणेश जी की मूर्ति के लिए ऑर्डर दे रहे हैं। मिट्टी की मूर्ति कि डिमांड भी कर रहे है। जितेन्द्र परमार कहते है कि हम मास्क लगाकर और हाथो को सेनेटाइज कर पूरी सांवधानी के साथ गणेश जी की मूर्तियो को दे रहे है। इस बार घरों में ही श्रीगणेश विराजेंगे। इसलिए हमने इस बार बड़ी नहीं छोटी प्रतिमाओं पर फोकस किया है। प्रतिमाओं की कीमत 100 से 2500 रुपए तक है।