खबरगुरु (रतलाम) 7 सितंबर। जिले के बिलपांक थाना क्षेत्र अंतर्गत एक नाबालिग बालिका के अपहरण, गैंगरेप और हत्या के मामले का रतलाम पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार नन्ही बालिका का अपहरण कर गैंग रेप करने के बाद उसकी नृशंस हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस जघन्य वारदात को अंजाम देने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम पर एसपी गौरव तिवारी ने इस मामले का खुलासा किया। एसपी श्री तिवारी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित बालिका शनिवार शाम को घर से चाय पत्ती, शक्कर और अन्य सामान लेने किराने की दुकान पर गई थी। काफी समय बीत जाने के उपरांत जब बालिका अपने घर नहीं पहुंची तो पीड़िता के घर के सदस्य चिंतित होकर तलाश मे निकले परंतु कोई पता न चलने के कारण डायल 100 पर फोन कर पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस द्वारा तलाश करने पर चाय की पत्ती ,शक्कर ,और अन्य सामान रोड से लगे खंडहर के पास मिला। पीड़िता का शव मुख्यमार्ग से लगभग 200 मी की दूरी पर मक्के के खेत मे चित अवस्था मे मिला।
एसपी गौरव तिवारी, एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल सहित बिलपांक पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। घटनास्थल की प्रारंभिक जांच में ही दुष्कर्म और हत्या की आशंका पुलिस को लग रही थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया और पुलिस ने अपनी जांच शुरू की।
उक्त सनसनीखेज घटना की गंभीरता को देखते पुलिस अधिक्षक गौरव तिवारी के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) डॉ. इन्द्रजीत बाकलवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील कुमार पाटीदार व एसडीओपी रतलाम ग्रामीण मानसिंह चौहान के गार्ग दर्शन में थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा, उपनिरीक्षक नागेश यादव, अनुराग यादव, के.सी. मालवीय, सउनि गिरधारी लाल परमार, आरक्षक नीरज त्यागी, राजू मइडा की टीम ने आरोपीओ की धड़पकड़ तथा प्रकरण की जाँच एवं वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन हेतु टीम गठित की गई। तथा घटना का पर्दाफाश करने व आरोपीओ की गिरफ्तारी हेतु ईनाम भी घोषित किया गया।
एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि मामले की जांच करते हुए जब ग्रामीणों से पूछताछ की गई तो पता चला कि रात में कालू पिता चैन सिंह, दीपक पिता नाहर सिंह और रवि पिता राम सिंह तीनों निवासी गुर्जरपारा थाना बिलपांक एक साथ रोड पर देखे गए थे और घटना के बाद से तीनों गायब हैं। इसके बाद पुलिस ने मुखबिर तंत्र की सहायता से तीनों आरोपियों को 24 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपियों ने बालिका का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म और बाद में तालाब में डुबो-डुबो कर हत्या करने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि उक्त मामले को जघन्य और सनसनीखेज अपराध के रूप में चिन्हित किया गया है।
जघन्य अपराध का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा,एफएसएल अधिकारी अतुल मित्तल,उपनीरीक्षक नागेश यादव,अनुराग यादव,केसी मालवीय,एएसआई गिरधारी लाल परमार,आरक्षक नीरज त्यागी और राजू मईडा को संयुक्त रुप से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है। इस टीम को दस हजार रु. का नगद पुरस्कार दिया जाएगा।