खबरगुरु (रतलाम) 9 जून । रतलाम प्रशासन कोरोना एक्शन प्लान पर सुनियोजित ढंग से कार्य करते हुए पूर्ण प्रयास करे कि जिले में किसी भी कोरोना मरीज की मृत्यु नहीं हो, इसके लिए कोरोना संबंधी विभिन्न बिंदुओं पर डाटा का एनालिसिस सतत रूप से करें। विश्लेषण के आधार पर अपनी कार्य योजना परिस्थिति अनुसार संशोधित करते रहें। यह निर्देश प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ल ने दिए। श्री शुक्ल ने रतलाम में मंगलवार शाम को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक लेकर जिले में कोरोना की स्थिति, एक्शन प्लान पर अमल तथा अन्य जानकारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकेट्टा, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, सीएमएचओ डॉक्टर प्रभाकर ननावरे तथा अन्य अधिकारी एवम डॉक्टर्स उपस्थित थे।
बैठक में प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ल ने जिले में कोरोना के नेगेटिव, पॉजिटिव मरीजों की संख्या, कंटेनमेंट एरिया, क्वॉरेंटाइन सेंटर्स, कांटेक्ट ट्रेसिंग, कोविड- हॉस्पिटल में बेड क्षमता, आईसीयू क्षमता, मरीजों की स्क्रीनिंग, रिकवरी, मृत्यु प्रतिशत, रोगी सर्वेक्षण इत्यादि बिंदुओं पर जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। श्री शुक्ल ने निर्देश दिए कि कोविड- हॉस्पिटल पूरी क्षमता के साथ काम करें, कोरोना नियंत्रण से जुड़े अधिकारियों को प्रक्रिया का पूर्ण ज्ञान हो, निर्णय क्षमता के साथ हर एक जानकारी क्लियर रहे।
प्रमुख सचिव ने डेटा विश्लेषण पर जोर देते हुए कहा कि कंटेनमेंट क्षेत्रों का विश्लेषण करते हुए सर्वेक्षण के आधार पर समय सीमा में जानकारी रखें कि किन क्षेत्रों में मरीज बढ़े अथवा घटे हैं। मरीजों के कॉन्टैक्ट पर्सन पर पूरा फोकस किया जाए, बाहर से आने वाले व्यक्तियों की जानकारी अपडेट रखी जाए। फीवर क्लीनिक पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करें, फीवर क्लीनिक पर आने वाले व्यक्तियों की सतत मॉनिटरिंग की जाए। उनसे वीडियो कॉल पर जानकारी ली जाए, नाम-पते नोट किए जाएं। फीवर क्लीनिक पर मरीजों के आगमन तथा निर्गमन के द्वार पृथक-पृथक हो, द्वार उपलब्धता संभव नहीं हो तो कनात के द्वारा आगमन-निर्गमन पृथक किए जाएं। कोरोना के संबंध में प्रत्येक रिपोर्ट परफेक्ट हो उनके आंकड़ों में अंतर नहीं हो।
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि जो भी क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए जाएं, उनमें शासन के दिशा निर्देशों का पूरा ध्यान रखा जाए। शासकीय भवनों पर क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने को प्राथमिकता दी जाए, वहां सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाए। प्रमुख सचिव ने रतलाम मेडिकल कॉलेज में स्टाफ की उपलब्धता तथा उपकरणों की जानकारी लेते हुए मेडिकल कॉलेज डीन को निर्देशित किया कि जरूरत के अनुसार अपनी डिमांड भेजें, समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति समय सीमा में कर दी जाएगी।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने रतलाम जिले में कोरोना एक्शन प्लान पर अमल, कोरोना पर नियंत्रण के संबंध में किए जा रहे विभिन्न कार्यों जैसे सर्विलेंस टीम, मेडिकल मोबाइल टीम, मरीजों की स्क्रीनिंग, क्वॉरेंटाइन सेंटर्स, कंटेनमेंट एरिया, कोविड- हॉस्पिटल की बेड क्षमता इत्यादि बिंदुओं पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रमुख सचिव को अवगत कराया।