खबरगुरु (भोपाल) 28 जुलाई। देश में पहली बार एमपी में ऐसा पहली बार है, जब मंत्रिमंडल की वर्चुअल मीटिंग हो रही है। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज अस्पताल से, मंत्री अपने घर और अधिकारी मंत्रालय में अपने कक्ष से इस पहली वर्चुअल कैबिनेट में शामिल हुए है। इस दौरान कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
मीटिंग में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपने स्वस्थ होने की जानकारी सभी मंत्रियों को दी। सीएम शिवराज ने बताया कि उन्हें कल से बुखार की शिकायत नहीं हुई और खांसी भी नियंत्रित है। शिवराज सिंर चौहान ने कहा कि वे खुद अपने कपड़े धो रहे हैं। वर्चुअल बैठक पहली बार हो रही है, यह यह हमारे संकल्प का परिचायक है कि परिस्थिति चाहे कोई भी हो, प्रदेश की जनता का काम हम रुकने नहीं देंगे।
चंबल एक्सप्रेस-वे का नाम अब चंबल प्रोग्रे-वे
मीटिंग में तय किया गया कि चंबल एक्सप्रेस वे का नाम अब चंबल प्रोग्रेस-वे में रखा जाएगा। यह परियोजना चंबल क्षेत्र की दिशा और दशा बदलने का काम करेगी। परियोजना में सड़क के दोनों औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। साथ ही टाउनशिप भी बनेगी। मध्यप्रदेश के चंबल-ग्वालियर क्षेत्र के लिए बड़ी सौगात चंबल प्रोग्रेस वे 8,250 करोड़ की लागत से बनने वाला 309 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगा और कानपुर को दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर से सीधे जोड़ेगा।
प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना को और निचले स्तर पर ले जाकर अब मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना शुरू की गई है। ये पहले नगर पालिका, नगर निगम तक थी, जिसे अब पंचायत तक ले जाने का निर्णय लिया गया है। ग्रामीण पथ विक्रताओं को 10 हजार का ऋण मिलेगा और अगर उसने तय समय से ऋण लौटाया गया तो अगले साल 20 हजार रुपए दिए जाएंगे। इसकी स्वीकृति मिली है।