खबरगुरु (रतलाम) 11 सितंबर। कोरोना वायरस के संक्रमण का तेजी से फैलाव हो रहा है। इससे कोई वर्ग अछूता नहीं रहा। बुजुर्ग,बच्चे, महिलाए और व्यापारी सहित हर पेशे से जुड़े लोग कोरोना के शिकार है। कोरोना से बचाव के लिए लॉक डाउन का पालन जरूरी है। लॉक डाउन के लिए सरकार के निर्णय का इंतजार ना करे, इसलिए आम जन खुद आगे आए। खुद का लॉक डाउन लागू करे। व्यापारी 6-7 बजे दुकान बंद करे और सभी अधिक से अधिक घरों में रहे, तो कोरोना की चेन तोड़ने में मदद मिल जाएगी।
यह आव्हान पूर्व महापौर शेलेन्द्र डागा ने किया है। उन्होंने सभी व्यापारी संगठनों, सामाजिक संस्थाओं और आमजन से कोरोना से बचाव का ठोस कदम उठाने की अपील करते हुए कहा कि सितम्बर महीने में लगातार कोरोना मरीज बढ़ रहे है। इससे प्रतीत होता है कि आम जन इस महामारी से बचने की आवश्यक सावधानियां नही बरत रहे है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जब मार्च में लॉक डाउन किया गया था,तो दो महीने तक इस बीमारी की चेन तोड़ने में काफी मदद मिली थी। अनलॉक शुरू होते ही यह बीमारी तेजी से बढ़ी है,जो चिंताजनक ही नही अपितु आम जन की लापरवाही भी दर्शा रही है।
स्व अनुशासन से खुद के लॉक डाउन की जरूरत
डागा के अनुसार कुछ जिलों में जागरूक जनता कोरोना पर जीत के लिए स्व अनुशासन का पालन कर रही है। इससे बहुत हद तक इस बीमारी पर नियन्त्रण करने में मदद मिली है। रतलाम में भी उसी प्रकार स्व अनुशासन से खुद के लॉक डाउन की जरूरत है। इसमें सबको बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलने और बुजुर्गों को पूरी तरह घर मे ही रहने के कदम उठाना होंगे। इसी प्रकार व्यापारियों को सुबह 11 से अधिकतम 7 बजे तक दुकान खोलने के नियम का पालन करना चाहिए। सप्ताह में एक दिन अनिवार्य अवकाश रखा जाए, तो कोरोना की चेन तोड़ने में मदद मिलेगी।
डागा ने कहा कि अब सरकार हर कदम उठाएगी, यह सोचने का समय नहीं है। इससे कोरोना से जंग नही जीती जाएगी। सरकार ने वैसे भी दो-ढाई महीने लॉक डाउन करके अपनी जिम्मेदारी निभाई है। अब सरकार के आदेश का इंतजार करने के बजाय हर वर्ग को आगे आकर खुद का लॉक डाउन लागू कर सख्ती से उसका पालन करना चाहिए। श्री डागा ने आम जनता से अपने और सभी के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने की अपील की है।