खबरगुरु (इंदौर) 23 अक्टूबर। कोरोना की वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा, चाहे वह सरकारी सेवा में हों, या निजी अस्पताल में। दो दिन के अंदर उनका डाटाबेस तैयार कर शासन को भेज दिया जाएगा।
केंद्र सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स का पहले टीकाकरण करने का निर्णय लिया है, जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य कर्मियों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। निजी अस्पताल संचालकों को बुलाकर उन्हें एक फाॅर्मेट दिया गया, जिसमें जानकारी भरकर शुक्रवार तक देना है। इसमें डॉक्टरों से लेकर तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की जानकारी देना होगी, ताकि राज्य शासन को सभी का रिकार्ड भेजा जा सके।
गुरुवार को भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में सभी को बुलाया गया और अनिवार्य रूप से जानकारी देने के लिए कहा गया है। हालांकि इसमें यह भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि यह स्वैच्छिक होगा या अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगाना होगा। कोरोना का वैक्सीन कब तक आएगा, इसका स्पष्ट जवाब किसी के पास नहीं है, लेकिन राज्य सरकार ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।