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रतलाम: रूठों को मनाने में कितने रहें सफल, जानिए नाम वापसी के आखिरी दिन कितने उम्मीदवारों ने लिया नाम वापस

रतलाम: रूठों को मनाने में कितने रहें सफल, जानिए नाम वापसी के आखिरी दिन कितने उम्मीदवारों ने लिया नाम वापस

डॉ. हिमांशु जोशी

खबरगुरू (रतलाम) 2 नवंबर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में नामांकन वापसी का आज आखिरी दिन है। नामांकन जमा करने के बाद से ही पार्टियों के बगावती तेवर दिखाने वाले नेताओं को दिग्गजों द्वारा मनाने का सिलसिला भी चलता रहा। इसका परिणाम यह रहा की नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने वालो को मनाने में बहुत हद तक सफल भी हुए। नाम वापसी के आखिरी दिन कई नामांकन वापस लिए गए हैं। नाम वापसी के बाद जिले के पांचो विधानसभा क्षेत्रों में कुल 40 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में है। जिसमे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र रतलाम शहर में 8, रतलाम ग्रामीण में 5, आलोट में 9, सैलाना में 10 तथा जावरा में 8 अभ्यर्थी शामिल है। गुरुवार को नाम वापसी के दौरान विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र सैलाना से विक्रम चारेल निर्दलीय, रतलाम शहर से जितेंद्र राव निर्दलीय, रतलाम ग्रामीण से भेरूलाल खदेड़ा निर्दलीय, आलोट से रमेश मालवीय निर्दलीय तथा प्रकाश ररोतिया निर्दलीय, जावरा से डी.पी. धाकड़ तथा राधेश्याम अस्तोलिया निर्दलीय द्वारा नाम वापस लिए गए है।

कुछ तो मान गए, कुछ डट़े है चुनावी मैदान में 

रूठों को मनाने और उम्मीदवारी वापस लेने का आज आखिरी दिन था। इसके बाद मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है। गुरुवार को नाम वापसी के आखिरी दिन भाजपा और कांग्रेस के कुछ बागियों ने अपने नाम वापस ले लिए है, तो कही बागियों ने काफी मान-मनौव्वल के बाद भी अपना नामांकन वापस नहीं लिया। कुछ तो मान गए पर कुछ चुनावी मैदान में डट़े है। और नहीं माने और चुनावी मैदान में आ डटे है।

रतलाम शहर विधानसभा क्षेत्र

रतलाम शहर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के चेतन्य काश्यप, कांग्रेस के पारस सकलेचा के बीच मुकाबला अहम होने वाला है। यहां भाजपा से नाराज हुए बागी उम्मीदवार अरूण राव भी मैदान में जुटे हुए है।

रतलाम ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र

रतलाम ग्रामीण  विधानसभा क्षेत्र से संभावना जताई जा रही थी कि कांग्रेस से नाराज होकर निर्दलीय नामांकन फार्म भरने वाले प्रत्याशी डॉ. अभय ओहरी अपना नामांकन वापस ले लेंगे। शाम को सभी अटकलों पर विराम लगा। निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. ओहरी ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया। यहां भी भाजपा के मथुरालाल डामर, कांग्रेस के लक्ष्मण सिंह डिंडोर और निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. अभय ओहरी के बीच अहम मुकाबला देखा जा रहा है। डा. अभय ओहरी के निर्दलीय प्रत्याशी होने से कांग्रेस के लिए चुनौतियां बढती हुई नजर आ रही है।

आलोट विधानसभा क्षेत्र

रतलाम के आलोट विधानसभा क्षेत्र से बागी हुए रमेश मालवीय ने अपना नामांकन वापस ले लिया। आलोट में भाजपा के चिंतामणि मालवीय, कांग्रेस के मनोज चावला और कांग्रेस से बागी हुए निर्दलीय प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू,के बीच मुकाबला अहम माना जा रहा है। यहां भी त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है। हालांकि अन्य प्रत्याशी भी मैदान में जुटे है जो गणित बिगाड़ सकते हैं।

 

सैलाना विधानसभा क्षेत्र

रतलाम के सैलाना विधानसभा क्षेत्र में भाजपा से संगीता चारेल, कांग्रेस के प्रत्याशी हर्ष विजय गेहलोत के बीच मुकाबला अहम माना जा रहा है। यहां से निर्दलीय प्रत्याशी कमलेश्वर डोडियार भी मैदान में डटे हुए है जो भाजपा-कांग्रेस का गणित बिगाड़ सकते है। 

जावरा विधानसभा क्षेत्र

रतलाम के जावरा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से नाराज डीपी धाकड़ ने निर्दलीय फार्म भरा था। गुरूवार नाम वापसी के अंतिम दिन डीपी धाकड़ ने अपना नामांकन फार्म वापस ले लिया है। मिली जानकारी के अनुसार पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ से फोन पर चर्चा के बाद डीपी धाकड़ ने अपना नाम वापस लिया है। निर्दलीय उम्मीदवार राधेश्याम अष्टोलिया ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया है। यहां कांग्रेस रूठों को मनाने में सफल रही।

नाम वापसी के बाद अब जावरा में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। यहां भाजपा के डॉ. राजेंद्र पांडे, कांग्रेस के वीरेंद्र सिंह सोलंकी और निर्दलीय चुनाव लड़ रहे जीवनसिंह शेरपुर के बीच अब त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। तीनो ही प्रत्याशी अपने विधानसभा क्षेत्र में जमकर प्रचार में लगे हुए है। प्रत्याशी वीरेन्द्र सिंह और निर्दलीय प्रत्याशी करणी सेना के जीवन सिंह दोनो राजपूत समाज से है। इसलिए अटकले लगाई जा रही है कि समाज के वोट बंट सकते है। जिसका फायदा भाजपा को मिल सकता है।

चुनाव प्रचार अभियान तेज हो गया है। उम्मीदवार मतदाता को लुभाने में लगे है। मतदाता से मिलने घर-घर पहुंच रहे है। पर यह तो आने वाला समय ही बताएगा की मतदाताओं ने किसे अपना मत देकर जिताया है।
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Dr. Himanshu Joshi

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