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मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव का विरोध: रुके बसों के पहिए, लोग हुए परेशान, कानून निरस्त करने की मांग को लेकर एडीएम को सौंपा ज्ञापन

मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव का विरोध: रुके बसों के पहिए, लोग हुए परेशान, कानून निरस्त करने की मांग को लेकर एडीएम को सौंपा ज्ञापन

खबरगुरू (रतलाम) 1 जनवरी। मोटर व्हीकल एक्ट संशोधन को लेकर सोमवार को बस चालकों का गुस्सा भड़क गया। रतलाम में बस चालकों ने सोमवार को सभी बसों को रोक दिया। नाराज बस चालकों ने सोमवार दोपहर जिला परिवहन कर्मचारी संघ के बैनर तले कलेक्टर कार्यालय में एकत्रित होकर ज्ञापन दिया।

रुके बसों के पहिए, लोग हुए परेशान

चालक को अत्यधिक दण्ड से दण्डित करने का प्रावधान नैतिक नहीं

ज्ञापन के माध्यम से बस चालको का कहना है कि नए मोटर व्हीकल एक्ट में बदलाव के कारण गरीब वाहन चालक 7 लाख रूपए जुर्माना कहां से लाएगा। 10 साल की जेल का भी प्रावधान नए कानून में किया गया है। इस वजह से वाहन चालक नाराज है।वर्तमान में भारत सरकार द्वारा मोटर व्हीकल में संशोधन कर सम्पूर्ण भारत में नवीन मोटर व्हीकल एक्ट लागू किया है। चूंकि सम्पूर्ण भारत में यात्री बस परिवहन का महत्वपूर्ण साधन है इस व्यवसाय में जुड़े व्यक्ति बस चालक, कण्डक्टर, क्लीनर आदि सभी निम्न वर्ग से आते है और जैसे तैसे अपनी रोजी रोटी कमाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते है। नवीन मोटर व्हीकल एक्ट के चलतें दुर्घटनाओं के कारण वाहन चालक को अत्यधिक दण्ड से दण्डित करने का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त दुर्घटना के उपरांत चालक के भागने पर भी अत्यधिक दण्ड का प्रावधान किया गया है जबकि सर्वविदित है कि दुर्घटना के उपरांत आम जनता काफी आक्रोशित एवं उग्र हो जाती है ऐसी स्थिती के बाद चालक के साथ अप्रिय घटना घटित होने की संभावनाएं रहती है। उक्त स्थिति से बचने के लिए चालक को आत्मरक्षा के लिए घटना स्थल से भागना पड़ता है। परंतु इस स्थिति में भी चालक को अत्यधिक दण्ड से दण्डित करने का प्रावधान किया जाना किसी भी परिस्थिति में नैतिक नहीं है।

नाराज बस चालक

कानून वापस नहीं लेने तक जारी रहेगा आंदोलन 

नवीन एक्ट में अधिकतम दण्ड एवं जुर्माने का प्रावधान चालक बंधुओं के हित में नहीं होकर निम्न वर्ग से आने वाले गरीब चालक कर्मचारियों एवं उनके परिवार के साथ के घोर प्रताड़ना जैसा कानून होना दर्शाता है जिसे निरस्त करने की अतिआवश्यकता है। यदि उक्त एक्ट को निरस्त नहीं किया गया तो यात्री बस चालकों में असुरक्षा की भावना उत्पन्न होगी तथा आगामी समय में यात्री बसों के चालन के लिए चालकों की भीषण समस्या उत्पन्न हो जाएगी। आज से सभी यात्री बस संचालकों, चालकों अनिश्चित हड़ताल पर है जब तक उक्त एक्ट के संबंध में कोई कदम नहीं उठाया जाता है। तब तक यात्री बस सचालकों, चालकों का यह विरोध व आंदोलन जारी रहेगा।

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Dr. Himanshu Joshi

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