Categories

Post Widget 1

Heath Tips

  • In enim justo, rhoncus ut, imperdiet a
  • Fringilla vel, aliquet nec, vulputateDonec pede justo,  eget, arcu. In enim justo, rhoncus ut, imperdiet a, venenatis vitae, justo.Nullam dictum felis eu pede mollis pretium.

रतलाम की इस बेटी ने इंदौर में गुंडों को सिखाया सबक, चैन लुटना चाहते थे बदमाश, 200 मीटर भी नहीं भाग पाए गुंडे

🔴 पिता और पति ने हमेशा बहादुर बनने की दी सीख

खबरगुरु (रतलाम) 4 जुलाई। एक कार्यक्रम से घर लौट रही स्कूटी सवार महिला और सास को सामने से आ रही गुंडो की बाइक ने टक्कर मार कर गिराया। महिला उठ पाती उसके पहले गुंडों ने उसके गले से चैन और मंगलसूत्र छीन कर भागने का प्रयास किया। महिला ने 200 मीटर तक पीछा करते हुए बाइक पर पीछे बैठे बदमाश को गिरा दिया। बदमाश महिला को मारता रहा पर बहादुर महिला ने उसे जाने नहीं दिया। गुंडे को पकड़कर शोर मचाया। आवाज सुनकर रहवासियों ने घरो से निकलकर महिला की मदद की और एक बदमाश को मौके पर ही दबोच लिया।

200 मीटर पीछा करते हुए बाइक पर बैठे बदमाश को गिरा दिया

घटना रविवार 3 जुलाई रात 10 बजे की है। 37 वर्षीय संध्या पति मनीष पंवार निवासी कृष्णबाग कॉलोनी इंदौर एक कार्यक्रम से रात को स्कूटी पर अपनी सास सुशीला पवार (65) के साथ घर लौट रही थी। एरोड्रम थाना क्षेत्र के कृष्ण बाग कॉलोनी में बाइक सवार गुंडे संध्या का पीछा कर रहे थे। जिसकी आशंका संध्या को हो गई थी। कुछ देर बाद बदमाश दूसरी गली में से बाइक को तेज गती से लाते हुए संध्या की स्कूटी को सामने से टक्कर मारते है। टक्कर लगने से महिला और उसकी सास नीचे गिर जाती है। मौका पाकर बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने गाड़ी से उतरकर स्कूटी चालक महिला के गले से चैन और मंगलसूत्र छीन लिया और बाइक पर सवार होकर जाने लगा। महिला ने पीछा कर 200 मीटर पीछा करते हुए बाइक पर बैठे बदमाश को गिरा दिया। महिला ने बदमाश को पकड़ा इस दौरान बदमाश महिला पर हमला करता रहा। महिला ने हिम्मत दिखाते हुए बदमाश को जाने नही दिया। बहादुर महिला ने गुंडे को पकडकर शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर रहवासियों ने महिला की मदद की। एक बदमाश को पकड लिया। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया। महिला कि शिकायत पर एरोड्रम थाना पुलिस ने रात 1 बजे एफआईआर दर्ज की।

[box type=”shadow” ]

रतलाम की रहने वाली है बहादुर महिला

संध्या पति मनीष पंवार ने खबरगुरू डॉट कॉम से चर्चा में  बताया कि वह रतलाम की रहने वाली है। 2007 में इंदौर में शादी हुई है। उनकी 3 बेटियां है। पिता और पति ने हमेशा बहादुर बनने की सीख दी है। जब शादी हुई तब पिता आटो रिक्शा चलाते थे अब किराने की दुकान चलाते है। मैं अपनी बेटियों को भी बहादुर बनाना चाहती हूं। घटना से डर लगने की बात पर संध्या ने बताया कि डरने का सवाल ही नहीं उठता। गुंडो को डरना चाहिए। महिला कमजोर नहीं होती। हर महिला को डट कर मुकाबला करना चाहिए। यदि हम डर जाएंगे तो बदमाशों के हौसले बुलंद होते है। हमारी निडरता ही हमारी जीत है।[/box]

Share This Post

admin

Related Posts

Read also x

error: Content is protected !!