खबरगुरू (रतलाम) 26 जुलाई। गुरुवार शाम रतलाम में जमकर बरसात हुई। भारी बरसात से जनजीवन ठप हो गया है। रतलाम में 5 घंटे में 5 इंच से ज्यादा बारिश हुई जिससे सड़कों पर नदी-सा नजारा दिखाई दिया। शहर के कई निचले इलाकों में घरों के अंदर पानी घुस गया। शहर में बिजली भी गुल होती रही। ट्रैक पर पानी जमा होने से कई ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ। शहर की कई क्षेत्रों में सीवरेज के कारण घरों में पानी घुस गया है। शहर के मुख्य मार्गों पर पानी जमा हो गया, जिससे वाहन चालक परेशान हुए।
चहुंओर पानी ही पानी नजर आ रहा था
रतलाम में गुरूवार सुबह से ही रिमझिम बारिश का दौर जारी था। शाम 4 बजे के बाद तेज बारिश शुरू हुई। महज 5 घंटे में 5 इंच से ज्यादा बारिश हो गई। शहर की सड़कों ने तालाब का रुप ले लिया। 5 इंच से अधिक बारिश होने के कारण चहुंओर पानी ही पानी नजर आ रहा था। शहर के कई क्षेत्रों के घरों में पानी भर गया। कुछ घंटो की तेज बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी। शहर के बजरंग नगर, दिलीप नगर, जवाहर नगर, विनोबा नगर, पीएंडटी कालोनी सहित शहर के अधिकांश हिस्सो में जलभराव देखा गया। वहीं बाजारों मे दुकानों और लोगों के घरों में पानी भरने से लोग रात भर भरे हुए पानी को निकालने में लगे रहे। कल शाम से शुरू हुई बारिश में सभी दावे फेल हो गए। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि लोगों के घरों में और गलियों में किस तरह से पानी भर गया है।
गुरुवार सुबह से शुक्रवार सुबह तक की बारिश के आकड़े
26 जुलाई को भू-अभिलेख द्वारा जारी आकड़ो के अनुसार गुरुवार सुबह से शुक्रवार सुबह तक रतलाम शहर में 6 इंच, आलोट में 1.6 इंच, जावरा में पौन इंच, ताल में पौन इंच, पिपलोदा में सबसे कम 0.43 इंच , बाजना में 7 इंच से अधिक, रावटी में 3.5 इंच अधिक, सैलाना में 1 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
नगर निगम के दावे साबित हुए खोखले
हर बार की तरह इस बार भी नगर निगम के द्वारा किए गए दावे खोखले साबित हुए है। नगर निगम के दावे जो मानसून पूर्व वृहद स्तर पर नाले-नालियों की सफाई के किये जाते है। महज कुछ घंटो की बारिश नगर निगम के दावो की पोल खोल देते है। 5 इंच की बारिश में जल भराव की तस्वीर सामने आ रही है जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ट्रैफिक पुलिस के द्वारा रखे गए बेरी कैट्स, गाडीया पानी में तैरती नजर आई। जनता के बीच हमेशा रहने का दावा करने वाले नेता जनता की परेशानियों में साथ नहीं दिखे। शहर में मानसून पूर्व की तैयारियों को लेकर आए दिन बैठको का दौर चला। व्यवस्था सुधरने का दावा भी किया गया।। लेकिन इनके तमाम दावे निराधार साबित हुए और पहली तेज बारिश ने इन दावों की पोल खोल दी। कल शाम से शुरू हुई बारिश में सभी दावे खोखले साबित हुए।
परेशान हुई जनता, नजर नहीं आया कोई नेता
जनता के सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े रहने का वादा करने वाले नेताओं को भी जनता की परेशानियों में नहीं देखा गया। भारी बारिश में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा पर उनकी परेशानियों में कोई भी नेता उनके साथ खड़ा नजर नहीं आया। आमजन को परेशानियों में खुदही अपनी मदद करनी पड़ी।