खबरगुरू (नई दिल्ली) 23 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई। हमले में 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। यह हमला भारत की आंतरिक सुरक्षा और आम जनता दोनों पर एक सीधा और दर्दनाक हमला है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंट फ्रंट यानी TRF ने ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब का अपना दौरा बीच में छोड़कर बुधवार सुबह भारत लौट आए। दिल्ली पहुंचने के तुरंत बाद विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अन्य अधिकारियों के साथ एक संक्षिप्त बैठक की।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने बुधवार को आतंकियों की तलाश के लिए तलाशी अभियान शुरू किया है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। हमले के बाद से सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अमेरिका भारत की हर संभव मदद के लिए तैयार है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने ट्वीट किया, “पहलगाम में आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना। नेपाल भारत के साथ मजबूती से खड़ा है और आतंकवाद के किसी भी और सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है।