ख़बरगुरु (रतलाम) 25 मार्च 2020। कोरोना वायरस से बचाव और संक्रमण को रोकने के लिए सभी कमिश्नर, कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि किसी भी स्थान पर लोग एकत्रित नहीं हो, सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित करें। यह निर्देश मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा प्रदेश के सभी कमिश्नर कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक को दिए। भोपाल वीसी में प्रदेश के मुख्य सचिव तथा डीजीपी भी उपस्थित थे। इस दौरान रतलाम एनआईसी कक्ष में कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, डीआईजी श्री गौरव राजपूत, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में कॉल सेंटर सक्रिय भूमिका का निर्वाह करें, कॉल सेंटर पर तैनात किए जाने वाले अधिकारी, कर्मचारी पूर्ण जिम्मेदारी के साथ काम करें। कॉल सेंटर पर आने वाले किसी भी काल का संतुष्टिपूर्वक उत्तर दिया जाए। कलेक्टर ग्रामीण क्षेत्रों में भी निर्धन, निराश्रित के लिए भोजन व्यवस्था करवाएं। आमजन को रोजमर्रा की सामग्री उपलब्धता के लिए उचित प्रबंधन करें। अपनी स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप कलेक्टर प्रबंधन के लिए उचित निर्णय ले सकते हैं। बाजार में आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी न हो यह सुनिश्चित किया जाए। इस संबंध में शिकायत प्राप्ति के लिए भी प्रबंधन किया जाए। कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। कालाबाजारी करने वाले व्यक्ति समाज के दुश्मन होते हैं। सूचनाओं के आमजन में संप्रेषण हेतु माइकिंग व्यवस्था का भी उपयोग किया जाए। फसल कटाई हेतु आने वाले हार्वेस्टर के चालकों का तथा साथ वाले अन्य व्यक्तियों का भी मेडिकल चेकअप करवाया जाए। फसल कटाई के लिए भी समय प्रबंधन किया जाना होगा। कोरोना से बचाव के लिए कलेक्टर प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों तथा निजी अस्पतालों को भी व्यवस्था में जोड़ें। मेडिकल मोबाइल दल सक्रिय रखे जाएं, आइसोलेशन वार्डों की व्यवस्था जरूरत के मुताबिक हो।
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना वायरस से बचाव के दृष्टिगत जागरूकता के प्रसार के लिए सोशल मीडिया का भी बखूबी इस्तेमाल किया जाए। लॉक डाउन के दौरान किसी भी प्रकार के धार्मिक, सामाजिक या अन्य आयोजन तथा मेलों का आयोजन नहीं हो। कलेक्टर, एसपी धर्मगुरुओं से भी चर्चा कर उनसे भी आमजन में अपील करवाएं कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग रखें, घर से बाहर नहीं निकले। छूट के दौरान आवश्यक वस्तु खरीदने में भी ज्यादा समय नहीं लगाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव में जागरूकता हेतु समाजसेवियों की भी मदद ले, कलेक्टर भी अपनी बैठकों में एक दूसरे के मध्य डिस्टेंस का ध्यान रखें। सामुदायिक निगरानी बढ़ाई जाए, बुखार, सर्दी, खांसी से ग्रस्त व्यक्तियों की जानकारी तुरंत संज्ञान में लाई जाए, जिन्हें सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार है उनको घर पर ही उपचार उपलब्ध कराएं, दवाई उनके घर भेजने की व्यवस्था करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन अप्रैल तथा मई माह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि एकमुश्त उपलब्ध कराएगा। मजदूरों को भी 1000 रूपए की सहायता उनके खातों में डाली जाएगी। एक माह का राशन बीपीएल परिवारों को निःशुल्क दिया जाएगा। जो भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगे उनका निःशुल्क उपचार शासकीय चिकित्सालय के अलावा प्राइवेट चिकित्सालय में भी करवाया जाएगा। कलेक्टर ग्रामीण क्षेत्रों में भोजन व्यवस्था के लिए पंच परमेश्वर मद में उपलब्ध राशि का उपयोग कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें एकजुट होकर कोरोना को हराना है।