खबरगुरु (रतलाम) 14 मई 2020। जिला आयुष अधिकारी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों को चेतावनी पत्र जारी किया गया है। पत्र के माध्यम से कर्मचारियो को सार्थक ऐप काढ़ा वितरण की जानकारी नहीं देने और आयुष संजीवनी ऐप इंस्टॉल नहीं किए जाने पर चेतावनी दी गई है।
चेतावनी पत्र में कहा गया था कि 12 मई 2020 तक अगर सार्थक ऐप के माध्यम से काला वितरण की जानकारी नहीं दी गई तो आयुक्त महोदय संचालनालय आयुष को लिखकर कर्मचारियों की शिकायत की जाएगी।
दूसरी ओर अपनी नाराजगी जताते हुए मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने चेतावनी पत्र के संबंध में जिला आयुष अधिकारी को पत्र लिखा है जिसमें कर्मचारियों को चेतावनी पत्र जारी करने पर आपत्ति दर्ज कराई है। कर्मचारी तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं एवं संस्थाओं में अकेले कार्यरत रहता है। ग्रामीण क्षेत्रों के कर्मचारी बिना मास्क, ग्लोब्स, और सेनेटाइजर के कार्य कर रहा है जिसकी और अधिकारियों का ध्यान नही है उसके बावजूद कर्मचारी पर मानसिक दबाव बनाकर डराने का आरोप लगाया है। साथ ही कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए जाने का आदेश भी कर्मचारियों को नहीं दिया जाता है इसके लिए व्यक्तिगत रूप से ड्यूटी का आदेश कर्मचारियों को उपलब्ध करवाने की बात कही है।
नही तो संघ करेगा आंदोलन
मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने पत्र के माध्यम से बताया की कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का रवैया अगर विभाग नहीं छोड़ेगा तो संघ आंदोलन करेगा।[divider]
खबरगुरु डॉट कॉम से चर्चा में जिला आयुष अधिकारी डॉ प्रमिला चौहान ने बताया कि हमने कर्मचारियों को प्रताड़ित नहीं किया है और जो आदेश हमको आयुक्त महोदय से प्राप्त होता है उसी के अनुसार कार्य किया जाता है कर्मचारियों को ऐप डाउनलोड की ट्रेनिंग नही दिए जाने की बात पर जिला आयुष अधिकारी ने कहा कि जल्द ही हम कर्मचारियों के ट्रेनिंग करवाएंगे। पीपीई किट, ग्लोब्स और मास्क उपलब्ध नही होने की बात पर जिला आयुष अधिकारी ने बताया की हमारे पास बजट नही है इसके लिये भोपाल में डिमांड की गई है।[divider]
कर्मचारियों को कोई मानसिक प्रताड़ना नहीं दी जा रही है। ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया है क्योंकि शासन की तरफ से आदेश है ऐप डाउनलोड करना है। कर्मचारियों से बात कर ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा जाएगा। हमारे कर्मचारी पीजीडीसीए लेवल के है, सभी के पास स्मार्ट फोन होते है और सभी को एप डाउनलोड करते आता होगा। विवाद की जानकारी नही है, मैं बात करता हुॅ।
🔲 संभागीय अधिकारी डॉ प्रदीप कटियार