ख़बरगुरु (रतलाम) 25 मार्च । कोरोना वायरस की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिन के लिए लॉकडाउन कर दिया है। रतलाम में पहले दिन सडके खाली दिखी, सुनसान रहा शहर , सडको पर सिर्फ पुलिसवाले ही दिखाई दे रहे थे। लॉकडाउन के साथ नवरात्र की शुरूआत भी हो गई है। ऐसे में लोगो ने घर पर ही मातारानी की पूजा की । बुधवार की सुबह से राशन-सब्जी की दुकानें खुलीं और लोग पहुंचे, सुबह से दूध और राशन खरीदने के लिए लोग सड़कों पर निकले। लोगों को डर है कि आने वाले समय में राशन, सब्जी और अन्य जरूरी चीजों की किल्लत हो सकती है, ऐसे में लोग ज्यादा से ज्यादा चीजें इकट्ठा करने में लग गए।बाद में प्रशासन ने सख्ती दिखाई और घर भेजा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि आगामी 21 दिन प्रदेश सरकार आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। रोजमर्रा की चीजें आपको उपलब्ध कराई जाएंगी, इसकी चिंता ना करें। कलेक्टर्स को आदेश दिए गए हैं।
सडके रही सूनी, सुनसान रहा शहर , सडको पर सिर्फ पुलिसवाले ही दिखाई दे रहे थे। सार्वजनिक स्थान जैसे मॉल, हॉल, जिम, स्पा, स्पोर्ट्स क्लब बंद । सभी रेस्टोरेंट, दुकानें ,जिम, होटल, धार्मिक स्थल, सभी शिक्षण संस्थान भी बंद । बंद के दौरान सरकार का भी बड़ा इम्तहान रहा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि आगामी 21 दिन प्रदेश सरकार आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। रोजमर्रा की चीजें आपको उपलब्ध कराई जाएंगी, इसकी चिंता ना करें। कलेक्टर्स को आदेश दिए गए हैं।
कोरोना से बचने के लिए पीएम मोदी ने मंगलवार रात एक बड़ा फैसला लिया। लोगों से सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की अपील की। इसी बीच कुछ दुकानों की तस्वीरें सामने आई हैं। जिसमें प्रशासन द्वारा दुकान के बाहर खड़े होने के लिए घेरे बना दिए हैं। लोगों का मिला-जुला व्यवहार देखने को मिला। कई जगहों पर बाजारों में राशन इकट्ठा करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी तो कुछ ऐसे भी इलाके थे, जहां लोग अनुशासित तरीके से कतारों में लगकर सामान लेते नजर आए। कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान ने खबरगुरू डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि रतलाम की जनता का प्रशासन से साथ सहयोगपूर्ण रवैया है, साथ ही अपील भी की है कि इसी प्रकार रतलाम की जनता सहयोगपूर्ण रवैया बनाए रखें। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने बताया कि सोशल डिस्टेंस को लेकर रतलाम में कई इलाकों में दुकानों के बाहर 2-3 फुट की दूरी पर गोल घेरे बनाए गए हैं जिसमें जनता खड़ी रहकर खरीददारी करे । जो सोशल डिस्टेंस का बढ़िया उदाहरण है।