खबरगुरु (रतलाम) 09 दिसम्बर। आंचलिक पत्रकार संघ के प्रदेशाध्यक्ष रमेश टाक ने प्रदेश के समस्त पदाधिकारियों , जिलाध्यक्ष, तहसील,ब्लाक तथा अन्य प्रमुख सदस्यों को को वर्ष 2021 मे प्रदेश भर में 8 हजार से भी अधिक सदस्यों को सदस्यता ग्रहण कराने का निर्देश दिया है । उन्होंने बताया कि यह पत्रकारों का आने वाले समय में प्रदेश का वृहद स्तर पर अपना अस्तित्व बनाए रखने वाला संगठन होगा, उन्होंने सभी सम्माननीय सदस्यों से इस कार्य हेतु मुस्तेदी से जुट जाते हुए प्रदेश में वृहद स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाने की अपील करते हुए सभी सदस्यों को आगामी नये वर्ष की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की । साथ ही उन्होंने बताया किआंचलिक पत्रकार संघ का सदस्यता अभियान जनवरी तक चलेगा।
संगठन के पत्रकार संगठीत होकर चले
संगठन शक्ति की भावना को मूल उद्देश्य रखते हुए पत्रकारों की प्रगति के लिए पत्रकारों को संगठित करने के लिए पत्रकारों के हितों की रक्षा में अनवरत संघर्षरत करते हुए आंचलिक पत्रकार संघ को प्रदेश का वृहद स्तर पर अपना स्थायीत्व कायम करने का जिम्मा प्रदेश भर के जिलाध्यक्ष, तहसील ब्लाक अध्यक्ष पदाधिकारियों तथा कार्यकारिणी सदस्यों को सोंपते हुए पत्रकारों कोसदस्यता अभियान को निर्बाध रूप से प्रारंभ करना है यह निर्देश संगठन के प्रदेशाध्यक्ष रमेश टाक ने प्रदेश के सभी कलमकारों से कहीं ।
उन्होंने बताया कि
पत्रकार संक्रमित भी हुए लेकिन अपने दायित्वों से पीछे नहीं हटे
टाक ने कही इस सदस्यता अभियान में सिर्फ अधिकृत पत्रकारों को ही सदस्य बनाया जाएगा। संगठन की सदस्यता हेतु समाचार पत्र का अधिकृत पत्र एवं समाचार-पत्र द्वारा प्रदत्त परिचय-पत्र की छायाप्रति अनिवार्य अर्हता रहेगी। टाक ने कहा कि कलमकार अवाम के साथ ही हैं इसलिये उनके जीवन को बचाने की नैतिक जिम्मेदारी भी उनकी होनी चाहिए। कोराना काल में जान की परवाह किये बगैर प्रदेश के हर जिले के छोटे-छोटे गांवों में रिपोर्टिंग करते रहे। और कुछ पत्रकार संक्रमित भी हुएं लेकिन अपने दायित्वों से पीछे नहीं हटे । आज भी वे अपने कर्तव्य को पूर्ण करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और न ही छोड़ रहे हैं । प्रदेश के सभी सम्माननीय सदस्यों को उन्होंने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
सोश्यल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने की आदत को अपनी दैनिक दिनचर्या का अंग बनाएं
टाक ने कहा कि कोराना महामारी का प्रकोप अभी कम नही हुआ, और वो महामारी को नजर अंदाज कर रहे है। जबकि ड्ब्ल्युएचओ का कहना है कि कोराना संक्रमण का खतरा तापमान में गिरावट के चलते और बढ़ा हुआ है जिससे बचने के लिए सभी सोश्यल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने की आदत को अपनी दैनिक दिनचर्या का अंग बनाएं। लेकिन देखने में आ रहा हे कि अधिकाशं लोग कोराना के खतरे को नजर अदांज कर रहे हैं जो कि बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।