हिमांशु जोशी (खबरगुरु ) 7 अप्रैल 2020 । 25 मार्च की रात 12 बजे से देश में लगा लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद लागू रहेगा या हटेगा, इस पर केंद्र सरकार ने अभी कोई फैसला नही लिया है। असमंजस की स्थिति बनी हुई है । देश में अब तक 4 हजार 917 मामले है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 354 नए मामले सामने आए हैं।
ऐसे में कई राज्य सरकारें लॉकडाउन हटाने के पक्ष में नही है, और केंद्र सरकार से इसे कता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इस मसले पर चर्चा कर चुके हैं। पीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी मुख्यमंत्रियों से कहा था कि जिला प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर लॉकडाउन का प्लान भेजा जाये।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि देशभर में लॉकडाउन से ही संक्रमण को रोका जा सकता है। मंत्रालय ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक रिपोर्ट का हवाला देकर कहा कि यह संक्रमण एक आदमी से दूसरे आदमी में फैलता है। संक्रमित मरीज लॉकडाउन में बाहर निकलता है और लोगों के संपर्क में आता है तो वह 30 दिनों में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है। ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग लॉकडाउन का पालन करें।
लॉकडाउन: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का यह है कहना
मध्यप्रदेश में लगातार कोरोना संक्रमण के मरीजो कि संख्या को बढते देख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संकेत दिये है कि लॉकडाउन आगे बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि हम परिस्थिती देखकर फैसला लेंगे। जनता की जिंदगी ज्यादा जरूरी है। अर्थव्यवस्था बाद में भी खडी कर लेंगे। आज जो परिस्थिति भोपाल में देख रहा हुॅ , इन्दौर में देख रहा हुॅ उसमें सावधानी बरतने की जरूरत है और आवश्यकता पडी तो इसे आगे भी बढाएंगे।
लॉकडाउन: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का यह है कहना
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी कुछ इसी तरह के संकेत दिए थे। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने सोमवार को लोकभवन में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर एक भी कोरोना संक्रमित छूट गया तो सभी प्रयासों पर पानी फिर जाएगा। ऐसे में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है।
लॉकडाउन: तेलंगाना के मुख्यमंत्री का यह है कहना
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने लॉकडाउन को बढ़ाने जाने की अनुशंसा की है। एक बैठक में उन्होंने कहा कि लॉकडाउन को 14 अप्रैल से 3 जून तक बढ़ाना सही रहेगा और वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में अपील भी करेंगे।
एक तरफ जहां लॉकडाउन के बावजूद भी देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है, वहीं दूसरी ओर इससे मरने वालों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है । इतने एहतियात बरतने के बाद भी संक्रमण कम नहीं हो रहा है । ऐसे में अगर लॉकडाउन हटता है तो अंदेशा है कि कोरोना वायरस के केस और भी ज्यादा बढ़ सकते हैं । हो सकता है कि लॉकडाउन अलग-अलग फेज में हटाया जाए। राज्य सरकार अपने-अपने तरिके से तैयारी में लगी है कि लॉकडाउन बढ़ाया जाए या फिर इसे खत्म किया जाए या फिर कुछ इलाकों में इसे लागू रखा जाए और कुछ इलाकों को इससे छुटकारा दिया जाए । सरकार इस बात की योजना बना सकती है कि लॉकडाउन हटाए जाने की स्थिति में भी धारा 144 को लागू रखा जाए ताकि भीड़ के जमा होने पर लगाम लग सके और कोरोना के फैलने का खतरा लॉकडाउन के बाद न बढ़े ।
ये तो कयास लगाये जा रहे है देखना है आने वाले दिनो में क्या होता है । लॉक डाउन बढाया जाता है या फिर कोई नया प्लान बनाकर देश को बचाने का प्रयास किया जाता है। जो भी हो हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है और कोरोना को भगाना है। जान बचेगी तो अर्थव्यवस्था तो फिर बनालेंगे। खबरगुरू डॉट काम आप सभी से निवेदन करता है कि अपना ध्यान रखिये , सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी नियमो का पालन करते हुए कोरोना संक्रमण से बचे। इस अंधकार रूपी संक्रमण को हराना है और देश को बचाना है।