खबरगुरू (रतलाम) 7 अगस्त। 7 दिन पूर्व सैलाना के पास युवक के शव मिलने के मामले में पुलिस ने लुटेरी दुल्हन के गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है। आरोपी युवती पूर्व में राजस्थान ,गुजरात ,उतर प्रदेश ,मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों में झूठी शादी कर चुकी है।
जानकारी के अनुसार सैलाना में 7 दिन पूर्व मिली महेंद्र पिता मोतीलाल कलाल 29 वर्षीय निवासी बांसवाड़ा की लाश मिली थी। प्रारम्भिक जांच में पाया गया की युवक की हत्या उसकी पत्नी मीनाक्षी द्वारा की गई थी । जिससे महेंद्र की शादी दो दिन पूर्व ही हुई थी। हत्या के बाद आरोपी मीनाक्षी अपने गिरोह के साथ फरार थी।
पुलिस से मिली की जानकारी महेंद्र और मीनाक्षी की शादी मैरिज ब्यूरो के माध्यम से हुई थी। शादी के लिए मीनाक्षी के फर्जी बने भाई ने ढाई लाख रूपये लीये थे। जिसके बाद कोर्ट और परिवार की रजामंदी से दोनों की शादी की गई थी। लेकिन शादी के दो दिन बाद मीनाक्षी के रिश्तेदार बनके आये चार लोगो ने महेंद्र को अपनी गाड़ी में बिठाया कर अपने साथ ले गये थे और अलगे दिन महेंद्र का शव सैलाना के पास एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अपना खुफिया तंत्र और साइबर सेल को सक्रिय कर जांच प्रारम्भ की। इस दौरान पुलिस को आरोपी मीनाक्षी के पिता से मिले मोबाईल नम्बर की लोकेशन आबादी ग्राम बरोली इंदौर में पाई गई। पुलिस ने लोकेशन पर पहुचकर मीनाक्षी को गिरफ्तार कर लिया।
मीनाक्षी ने पुलिस को बताया कि उसने तीन साल पहले अपने पति को छोड़ने के बाद माता-पिता के साथ रह रही थी। इस दौरान मीनाक्षी का अपने परिजनों से भी झगड़ा हो गया और उनसे भी अलग रहने लगी थी। इस बीच मीनाक्षी की मुलाकात उत्तर प्रदेश निवासी पुष्पेंद्र दुबे नामक युवक से हुई। जो शादी कर ठग्गी करने के मामले में मीनाक्षी का भाई गजेंद्र पुरोहित बनकर मृतक के परिवार से मिला था।
मीनाक्षी ने पुलिस को बताया कि उसे एक शादी के 10 हजार रूपये मिलते थे। मीनाक्षी अब तक राजस्थान ,गुजरात ,उतर प्रदेश ,मध्यप्रदेश के कई क्षेत्रों में झूठी शादी का नाटक कर चुकी है। 28 जुलाई को रात्रि को सारिका उर्फ़ संगीता नामक महिला और उस पति बन कर आये युवक और गजेंद्र महेंद्र के घर पहुंचे और परिवार में किसी सदस्य के बीमार होने का बोलकर मीनाक्षी को ले जाने लगे।
इस दौरान महेंद्र को शंका हुई और उसने भी साथ आने की जिद्द की। उसके बाद सभी लोग महेंद्र के साथ इंदौर के लिए निकल गये। रास्ते महेंद्र को अपने साथ हुए धोखे का अंदाजा हो गया था। इस बात को लेकर सभी लोग महेंद्र से विवाद करने लगे और हाथापाई शुरू हो गई। इस के बाद गजेंद्र ने टोल नाका पार कर महेंद्र को गाड़ी से बाहर धका देकर अपने साथियो के साथ वेन लेकर भाग गया।
अपने साथ हुए धोखे से हताश महेंद्र ने कुछ दूर पर स्थित एक पेड़ पर अपने शर्ट का फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस पहले शंका थी की युवक की हत्या कर पेड़ पर लटकाया गया था लेकिन पोस्टमार्टम और घटना वाले स्थान पर फांसी पर लटकने के लिए लगाए पत्थरो के आधार पर आत्महत्या की पुष्टि की गई।
उक्त मामले की शुरुवात राजस्थान के बांसवाड़ा से होने के चलते रतलाम पुलिस ने आरोपी मीनाक्षी को सदर थाना बांसवाड़ा महिला पुलिस के हवाले कर दिया है। जहां मीनाक्षी और मैरिज ब्यूरो संचालक मुकेश जोशी के खिलाफ धारा 365 तहत मामला दर्ज है।