खबरगुरु (रतलाम) 7 अप्रैल। पुलिस का सामाजिक सरोकार का पहलू भी देखने को मिल रहा है। घायलों को अस्पताल पहुंचाना हो, गुम हुए बच्चों को उनके परिजनों से मिलाना हो या जिन लोगों के मोबाइल गुम या चोरी हो जाते हैं उन्हें फिर से दिलवाना हो। इन सभी में रतलाम पुलिस लोगों की भरपूर मदद कर रही है। साइबर सेल की मदद से ऐसे मोबाइल सेट के आईएमईआई नंबर ट्रैस कर ढूंढ निकाले हैं। गुम-चोरी हुए मोबाइलों को जैसे ही उनके मालिकों को सौंपा उनके चेहरे खिल उठे। महीनों और वर्षों पहले खोए हुए मोबाइल को पाकर सभी काफी खुश दिखे।
7 लाख 80 हजार रुपए से अधिक किमत के 50 मोबाइल बरामद किए
रतलाम पुलिस ने एक बार फिर गुम हो चुके मोबाइल रिकवर कर उनके असली मालिकों तक पहुचाए हैं। रतलाम पुलिस ने 50 गुम हुए मोबाइल ढूंढ निकाले हैं। रतलाम पुलिस द्वारा चलाए गए विशेष अभियान में पुलिस ने 7 लाख 80 हजार रुपए से अधिक किमत के 50 मोबाइल बरामद किए है। रिकवर किए 50 मोबाईल में से 25 मोबाईल आज 7 अप्रैल को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में असली मालिकों को सौंप दिए है। शेष 25 मोबाईल 8 अप्रैल को सौंपे जाएंगे।
अभी तक 48 लाख रुपए से अधिक मूल्य के 350 से अधिक मोबाइल बरामद
बुधवार दोपहर पुलिस कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी गौरव तिवारी ने बताया कि 1 जनवरी 2019 से चलाये जा रहे गुम मोबाईल अभियान के तहत रतलाम पुलिस अभी तक 48 लाख रुपए से अधिक मूल्य के 350 से अधिक मोबाइल बरामद कर चुकी है। रतलाम पुलिस की साइबर सेल ने गंभीर अपराध संबंधी अनुसंधान के अलावा कड़ी मेहनत कर इन मोबाइल फोन को जम्मू कश्मीर ,गोवा और राजस्थान से रिकवर किया है।
इनकी रहीं विशेष भूमिका
अभियान के तहत सायबर सेल के उ.नि. अनुराग यादव, आर. विपुल भावसार, आर. मनमोहन शर्मा, आर. विपुल भावसार, कार्या. प्र. आ. शैलेन्द्र सिंह, आर. हिम्मतसिंह, प्र.आ. बलराम पाटीदार, आ. जुझार सिंह, आ. रोशन राठौर, आर. रवही कुमार, आर. नरवर सिंह, शिवराम मोर्य, आर. लोकेन्द्र सोनी, आर. रघुविरसिंह शक्तावत, सूर्य प्रसाद जिला रतलाम की विशेष भूमिका रही।