खबरगुरु (रतलाम) 22 मार्च। शहर में यातायात व्यवस्था बुरी तरह से चरमराई हुई है। आए दिन मेन रोड पर जाम की स्थिति बनती रहती है। विधायक काश्यप ने शहर में बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर चार दिन पहले जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक में चिन्ता व्यक्त की थी। अब तक अनेक बार बैठकें हुई और मुहीम चली, लेकिन बेनतीजा रही और हर बार मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब एक बार फिर से इस पर हलचल हुई है। नियम तोड़ने वालो को अस्थाई जेल में भेजा जाएगा। पर सवाल ये है की अस्थाई जेल में भेजने की कार्रवाई सिर्फ कागजो और बयानो में ही रह गई है। अभी भी मास्क के बिना लोग बाजारो में घूमते दिखाई दे रहे है।
खुदाई कार्य से पूर्व जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को अवगत करवाते हुए अनुमति ली जाए- विधायक काश्यप
विधायक काश्यप ने नगर पालिक निगम के अधिकारियों को निर्देशित भी किया कि शहर में खुदाई कार्य से पूर्व जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को अवगत करवाते हुए अनुमति ली जाए एवं इसके बाद ही खुदाई सम्बन्धी कार्य आरम्भ किया जाए। खुदाई करवाने से पूर्व प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से संबंधित क्षेत्र में होने वाली खुदाई के बारे में सूचना प्रकाशित करवाई जाए ताकि लोगों को पूर्व सूचना मिले तथा किसी प्रकार की परेशानी न हो।
बिगड़ते यातायात का आलम यह है कि सुबह हो, या दोपहर अथवा शाम हमेशा लोगों को इस परेशानी से जूझना पड़ता है। इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन शहरवासियों के नासूर बनी इस समस्या के निदान पर ध्यान देने को तैयार नहीं है।
निर्देश व आग्रह के बाबजूद भी लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे
शहर से लेकर गांव तक कोरोना अपना पैर फैलाता जा रहा है। लेकिन संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच लोग आवश्यक सतर्कता को अपनाने की जरूरत नहीं समझते हैं। बाजार की स्थिति अब पहले की तरह समान्य दिखती है लेकिन कहीं कोई सतर्कता नहीं दिख रहा है। सुबह से लेकर शाम तक भीड़ का सिलसिला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। संक्रमण के खतरे वाली जगहों पर भी लोग भीड़ लगा रहे हैं। प्रशासन के निर्देश व आग्रह के बाबजूद भी लोग मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं। अधिकांश लोग बिना मास्क के हीं भीड-भाड बाले जगह पर चले जा रहे हैं ।
हर दिन जाम लगना आम बात हो गई है
रोज जाम लगना अब आम बात होती जा रही है। लोग परेशान हो रहे है। मिनटो का सफर घंटो में बदल रहा है। एक ओर कोरोना का डर है उसके साथ भीड़-भाड़ परेशानी को डबल कर रही है। सीएम रोज बैठक लेकर निर्देश दे रहे है परंतु उसका पालन होता नजर नहीं आ रहा है। प्रदेश के मुखिया के निर्देश पर कार्रवाई तो होती है पर कुछ समय बाद निर्देशो की पोटली ठंडे बस्ते में चली जाती है। क्यों नही बंद होता चार पहिया वाहनो का प्रवेश भीड़-भाड़ वाले इलाको में? जहां एक ओर लोगो के पैदल चलने की जगह नहीं मिल पाती वहीं दूसरी और चार पहिया वाहनों का प्रवेश हो जाता है।
ठेला लगाकर दुकानदार सड़क का अतिक्रमण कर लेते हैं
शहर की सड़कों पर लोगों का पैदल चलना मुश्किल है। पैदल चलने वाले लोग सीधे तौर सड़क के दोनों किनारे का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, वाहन वाले इन पैदल चलने वालों पर तनिक भी रहम नहीं खाते। सड़क पर सुबह से ही दुकानें सज जाती है। ठेला लगाकर दुकानदार सड़क का अतिक्रमण कर लेते हैं। बाजार में पूरे दिन जाम की समस्या गंभीर रहती है। अतिक्रमण के प्रति अधिकारी गंभीर नहीं हैं। जहां एक ओर पैदल चलना मुश्किल है वहां चार पहिया वाहन धडाके से चल रहे है।
पहले की तरह ठूंस कर सवारियों को बैठाया जा रहा है
सार्वजनिक स्थानों के साथ-साथ वाहनों पर सफर के दौरान भी नियमों का अनुपालन नहीं हो रहा है।बसों तथा अन्य सवारी गाडियों में पहले की तरह हीं ठूंस कर सवारियों को बैठाया जा रहा है।इस स्थिति पर रोकथाम के लिए भी प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल नहीं हो रहा है।
ऐसा ही हाल रहा तो कैसे हम कोरोना को हरा पाएंगे
राम मन्दिर, माणकचौक, घास बाजार, चांदनी चौक, धानमण्डी में रोज जाम लग रहे है। जाम भी लग रहे है, डिस्टेंसिंग का पालन भी नही हो रहा है और उपर से मास्क भी नहीं पहनेंगे। ऐसे में हम कोरोना को कैसे हरा पाएंगे। रोज बढ़ते कोरोना के मामले से भी हम सबक नहीं ले रहे है। कोरोना ने अपना डरावना रूप दिखाना शुरू कर दिया है फिर भी सावधानी नहीं बरत रहे है। ऐसे ही हालात रहे तो फिर एक बार घरो में कैद होने को मजबूर होना पड़ सकता है।