प्रांजल इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में सादगी से मना बसंत पंचमी पर्व
खबरगुरु (रतलाम) 16 फरवरी। ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा हर विद्यार्थियों को करना चाहिए। ज्ञान को आगे दूसरों तक बढ़ाना चाहिए। इससे ज्ञान में बढ़ोतरी ही होती है। विद्यार्थी जीवन में कई चुनौतियां मिलती है, उन का सामना डट कर करना चाहिए। मां लक्ष्मी तो फिर भी एक बार आसानी से मिल सकती है। किसी व्यक्ति को लॉटरी लग जाती है तो वो रातोंरात करोड़पति भी बन जाता है परंतु मां सरस्वती का आशीर्वाद पाने के लिए मेहनत और समय लगता है, किसी को रातोरात ज्ञान नहीं मिलता। इसलिए मन में श्रद्धा रखते हुए खूब मेहनत करें।
यह विचार शिक्षाविद डॉ. डीएन पचौरी ने व्यक्त किए। डॉ. पचौरी प्रांजल इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित बसंत पंचमी उत्सव में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। मुख्य अतिथि डॉ. पचौरी के साथ संस्था निदेशक डॉ. हिमांशु जोशी, संस्था के पवन शर्मा, पत्रकार हेमंत भट्ट मंचासीन रहे।
पूजन अर्चन कर लिया मां का आशीर्वाद
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. पचौरी ने मां सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया। छात्र-छात्राओं ने वंदना कर देवी सरस्वती का आह्वान किया। तत्पश्चात मां सरस्वती की आरती कर मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को बैग और पेन वितरित किये गए।
संस्कृति से होता है संस्कारों का आगमन : डॉ. जोशी
संस्था के निदेशक डॉ. हिमांशु जोशी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि संस्कृति से संस्कारों का आगमन होता है। विद्यार्थियों को धार्मिक आयोजनों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। बसंत पंचमी को ज्ञान पंचमी के नाम से भी जानते है। बसंत पंचमी पीले रंग प्रतीक है। पीला शुभ माना जाता है। पीला रंग शुद्ध और सात्विक प्रवृत्ति का प्रतीक भी है। यह सादगी और निर्मलता को भी दर्शाता है। इसलिए मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के वक्त लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं। डॉ. जोशी ने विद्यार्थियों को बसंत पंचमी एवं रतलाम की स्थापना दिवस की बधाई दी।
किया अतिथि का स्वागत, लिया आशीर्वाद
अतिथि का स्वागत निदेशक डॉ. हिमांशु जोशी, पवन शर्मा , हेमंत भट्ट, हर्ष दशोत्तर, प्राचार्य श्रीमती अर्चना जोशी, लक्ष्मी कुंवर देवड़ा, दीपशिखा, क्षितिज देवड़ा, दीपिका जोशी, देवीलाल, मुकेश कुमावत ने पुष्पमाला पहनाकर किया। आयोजन में संस्था के विद्यार्थी मौजूद थे। अतिथियों ने सभी को उपहार स्वरूप पेन और बैग वितरित किए गए। संचालन हर्ष दशोत्तर ने किया। आभार संस्था प्राचार्य श्रीमती अर्चना जोशी ने माना।