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मनोरोगी महिला का उपचार करा परिजनों से मिलाया, आठ दिन की जुदाई के बाद भाई से मिली मनोरोगी बहन श्यामा

खबरगुरु (रतलाम) 1 फरवरी। शहर में पांच-छह दिन से विभिन्न क्षेत्रों में भटक रहीं मानसिक रोगी महिला को समाजसेवी गोविंद काकानी के प्रयासों ने परिजनों से मिलवाया।  मनोरोगी महिला श्यामा आज अपने परिजनों के पास सकुशल पहुंच गई है।

यह है पूरी घटना

समाजसेवी गोविंद काकानी ने खबरगुरू डॉट कॉम से चर्चा में बताया कि मनोरोगी महिला को  लोगों ने जिला चिकित्सालय की अस्पताल चौकी पर भिजवा दिया। जहां डॉक्टर द्वारा इलाज शुरू किया गया। जब समाजसेवी काकानी ने बहन कहते हुए श्यामा के हाल-चाल जानना चाहें तो उसने कहा मेरी नौकरी लगवा दो, मुझे नौकरी करना है। श्यामा कि बातों से लगने लगा जैसे कोई बहुत समझदार महिला से बात हो रही है। भूख-प्यास से बेचैन श्यामा के लिए भोजन की व्यवस्था की गई। पर श्यामा स्वयं भोजन शुरू करने से पहले काकानी की ओर हाथ बढ़ाते हुए कहने लगी भाई पहले आप खाओ! बहन के इस विश्वास और आदर को भला काकानी कैसे ठुकरा सकते थे। खुशी खुशी उस अमृत रूपी भोजन के निवाले को ग्रहण किया और बहन मान चुके श्यामा का विश्वास बनाए रखा।

श्यामा के घर के पते पर पुलिस प्रशासन के सहयोग से समाचार भेज कर परिजन को रतलाम बुलवाया परंतु परिजन उसे लेने पहुंचते उसके पहले ही वह अस्पताल से निकलकर नाहरपुरा अंडा गली में उत्पात मचाने लगी। वहां से गुजर रहे सतीश टॉक ने मोबाइल कर गोविंद काकानी को जानकारी से अवगत कराया कि यह पुलिस के बस में भी नहीं आ रही है, आप तत्काल यहां आए। शरीर पर बहुत कम कपड़े थे। ठंड से कांप रही थी मोहल्ले वालों ने उसे चादर दी। काकानी द्वारा महिला के कपड़ो कि व्यवस्था की गई। अरुण कांबले, अर्पित उपाध्याय, हर्षित सोनी के साथ उसे पैदल लेकर अस्पताल लाया गया । जहां उसे दवाई देकर रात्रि में सिविल सर्जन डॉ आनंद चंदेलकर की सहमति से विशेष व्यवस्था में रखा गया। आज सुबह घर से भाई राजाराम और माता कस्तूरी बाई उसे लेने मोटरसाइकिल पर जिला चिकित्सालय पहुंचे। समाजसेवी काकानी द्वारा डॉक्टर गौरव चित्तौड़ा मनोरोग विशेषज्ञ को दिखाकर तीनों के लिए दवाई 1 माह की, श्यामा के कपड़े और ठंड से बचने के लिए नई सुंदर शॉल देकर सकुशल कर रवाना किया।

मानसिक स्थिति खराब होने के कारण पति ने उसे छोड़ दिया

श्यामा की शादी होने के पश्चात एक पुत्र भी है। मानसिक स्थिति खराब होने के कारण पति ने उसे छोड़ दिया। तब से यह हमारे पास रह रही है। परिवार में पिता मगन देवदा, बड़ा भाई राजु एवं श्यामा तीनों की मानसिक स्थिति बहुत लंबे समय से खराब है।

हृदय से धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया

अपने घर रवाना होने के पूर्व भाई राजाराम ने श्री काकानी, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन, पुलिस प्रशासन, जिला चिकित्सालय, डॉक्टर एवं स्टाफ, समाजसेवी नागरिकों का हृदय से धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया।

मानवता से ओतप्रोत कार्य ने रतलाम ही नही प्रदेश और देश का सम्मान बनाए रखा
एक ओर जहां दो दिन पहले इंदौर में बुजुर्गों के साथ हुई अमानवीयता की घटना ने देश को शर्मसार किया वहीं दूसरी ओर रतलाम में मनोरोगी महिला को अपने परिजनों के पास सकुशल पहुंचाकर मानवता से ओतप्रोत इस कार्य ने रतलाम ही नही प्रदेश और देश का सम्मान बनाए रखा। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने पूर्व में 26 जनवरी को ऐसे सराहनीय कार्यो के लिए काकानी को असली हिरो उपाधी से सम्मानित किया है। उम्मीद है कि आने वाले दिनो में मुख्यमंत्री का रूझान भी इस ओर दिखेगा।

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admin

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