ख़बरगुरु (दिल्ली) 29 दिसंबर : करीब साढ़े चार साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों पर 2,021 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इसमें चार्टर विमानों का खर्च, विमान का रखरखाव और यात्रा के दौरान हॉटलाइन संपर्क पर हुआ व्यय शामिल है।विदेश राज्यमंत्री मनमोहन सिंह के दूसरे कार्यकाल और मोदी के साढ़े चार साल के विदेशी यात्राओं के खर्च की जानकारी दे रहे थे। उन्होंने बताया कि यूपीए-2 के शासन के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विदेशी दौरों पर 1346 करोड़ का खर्च आया था।
जून 2014 से दिसंबर 2018 तक विदेशी दौरों के लिए प्रधानमंत्री के चार्टर्ड विमानों पर 429.25 करोड़ खर्च आया। हॉटलाइन सुविधाओं पर 9.11 करोड़ रु खर्च हुए। जानकारी के मुताबिक, मई 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने 48 विदेश यात्राओं में 55 देशों का दौरा किया। इनमें कई देशों की एक से ज्यादा यात्राएं शामिल हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, 2014-15 में विदेश यात्राओं के लिए चार्टर्ड विमानों पर 93.76 करोड़ रुपए खर्च हुए, जबकि 2015-16 में यह 117.89 करोड़ रु. रहा। 2016-17 में यात्राओं के लिए चार्टर्ड विमान पर 76.27 करोड़ और 2017-18 में 99.32 करोड़ रुपए रहा। इस साल 3 दिसंबर तक विदेशी यात्राओं के लिए विमानों पर 42.01 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
दूसरी तरफ पिछले साढ़े चार सालों में सरकारी योजनाओं के प्रचार में एनडीए सरकार ने 5246 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। सूचना-प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने लोकसभा में यह जानकारी दी। सरकार ने साल 2014 से लेकर 7 दिसंबर 2018 तक के आंकड़े जारी किए। राठौड़ ने बताया कि सबसे ज्यादा 2313 करोड़ रुपए इलेक्ट्रानिक/ऑडियो-विजुअल मीडिया के जरिए विज्ञापन में खर्च किए गए। वहीं 2282 करोड़ रुपए प्रिंट मीडिया में विज्ञापन के लिए खर्च हुए। इसी तरह 651 करोड़ रुपए आउटडोर पब्लिसिटी के लिए खर्च किए।