⚫ तीनों आरोपी जमानत पर रिहा होने के बाद से रतलाम से बाहर ही रह रहे थे
खबरगुरु (रतलाम) 31 मार्च। एटीएस ने जयपुर दहलाने की साजिश को नाकाम किया है। पुलिस ने तीन संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनसे बम बनाने की सामग्री और 10 किलो आरडीएक्स बरामद किया गया है। आरोपियों के नाम जुबेर, अल्तमस और सरफुद्दीन उर्फ सैफुल्ला हैं। ये रतलाम से भागकर निंबाहेड़ा के पास रानीखेड़ा में रह रहे थे। इन पर रतलाम में हिंदू नेता की हत्या का आरोप है।
रतलाम के तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
राजस्थान पुलिस के अऩुसार आरोपियों ने जयपुर में सीरियल बम ब्लास्ट करने की साजिश रची थी। वे अपनी साजिश को अंजाम दे पाते उससे पहले ही बुधवार को निंबाहेड़ा में नाकाबंदी के दौरान जयपुर और चित्तौड़गढ़ पुलिस ने तीनों आरोपियों को धरदबोचा। तीनों आरोपियों के किसी आतंकवादी संगठन से जुड़े होने का पुलिस और एटीएस को शक है। सामने आया कि तीनों आरोपियों के पास एमपी नंबर की कार थी। तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। कार से बम बनाने की सामग्री, टाइमर और 10 किलो आरडीएक्स मिला। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि तीनों आरोपी जयपुर में तीन जगह बम ब्लास्ट करने के लिए निंबाहेड़ा में बम बनाकर दूसरी गैंग को सौंपने वाले थे।
रतलाम के हिंदू नेता की हत्या का भी आरोप है इन पर
खंडवा एटीएस के आरक्षक सीताराम यादव की हत्या के आरोप जाकिर और फरहत को रतलाम पुलिस और एटीएस ने पकड़ लिया था। हालांकि इसके बाद प्रदेश सरकार ने सिमी के नेटवर्क को खत्म करने में काफी प्रयास किए थे। करीब दो महीने मामला शांत रहने के बाद ही रतलाम के युवाओं के कट्टरपंथी संगठन सुफ्फा से जुड़ने की जानकारी खुफिया तंत्र को मिली थी। कपिल राठौड़ और तरुण सांखला हत्याकांड में इससे जुड़े सदस्यों के नाम सामने आए थे। सफदर नागोरी की ससुराल रतलाम जिले के ही आलोट में है। इसके अलावा भी आतंक और आतंकी संगठनों से जुड़े कई नामों का रतलाम से जुड़ाव होने की बात बीते कुछ वर्षों में सामने आई है।