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रतलाम: 23 से 29 अप्रैल तक होगी पं. प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा, जानिए क्या है व्यवस्था

 1 लाख से ज्यादा श्रद्वालुओ के आने की संभावना

 कथा पाण्डाल के चारो ओर 45 सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी निगरानी

खबरगुरु (रतलाम) 21 अप्रैल। रतलाम के हरथली फन्टा कनेरी रोड़ पर 23 से 29 अप्रैल तक शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा सुनाएंगे। शिव महापुराण कथा में प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसके चलते आयोजन समिति ने सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली है।

प्रेसवार्ता में जानकारी देते आयोजन समिति के रविन्द्र पाटीदार

कथा के मुख्य यजमान रविन्द्र पाटीदार एवं कल्याणी पाटीदार ने बताया कि कथा 23 से 29 अप्रैल तक प्रतिदिन 2 बजे आरंभ होकर देर शाम 5 बजे तक रहेगी। जगह-जगह प्याउ की व्यवस्था की गई है। श्रद्वालुओं के प्रश्न गुरूदेव तक पहुचाने के लिए मुख्य द्वारा पर डायरी-पेन उपलब्ध रहेंगे। जिसमें श्रद्वालु अपने प्रश्न गुरूदेव तक पहुंचा सकेंगे। श्री पाटीदार ने बताया की पार्किंग शुल्क के साथ वाहन पार्किंग सुविधा कथा स्थल पर उपलब्ध होगी। आयोजन समिति ने श्रद्वालुओ से कथा स्थल पर किमती आभूषण न लाने का आग्रह किया है। कथा समाप्ति कि पश्चात किसी भी श्रद्वालुओं के ठहरने की व्यवस्था नही होगी। श्रद्वालु स्वयं ही व्यवस्था करें।

कथा पाण्डाल पर 8 एलसीडी लगेगी। कथा स्थल पर चिकित्सा सुविधाएं रहेगी। एम्बुलेंस तथा 16 स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम कथा स्थल पर मौजूद रहेगी। गर्मी को देखते हुए पीने के पानी की व्यवस्था का ध्यान रखा गया है। कथा स्थल के आस पास पांच स्थानो पर पुलिस सहायता केन्द्र बनाया गया है। कथा पाण्डाल के चारो ओर 45 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा आयोजन समिति को सहयोग कर मार्गदर्शन दिया जा रहा है। कथा स्थल तक आने जाने की व्यवस्था श्रद्धालुओं को स्वयं करना होगी। वैशाखी शिव पुराण कथा के दौरान सुबह 9 बजे से 11 बजे तक 108 जोड़े द्वारा प्रतिदिन रूद्वाभिषेक किया जाएगा।

नहीं मिलेगी ये सुविधा

आयोजन समिति ने बताया कि किसी को भी रुकवाने का कोई प्रबंध नहीं है। बाहर से कोई भी व्यक्ति आता है तो वह जिम्मेदारी खुद उठाये। उसे स्वयं ही ठहरने और खाने की व्यवस्थाएं करनी होगी। रुद्राक्ष वितरण जैसा भी कोई आयोजन रतलाम कथा में नही होगा। किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं दे। आयोजन स्थल पर कथा समाप्ति के बाद रुकने की अनुमति नही होगी। पंडितजी से व्यक्तिगत तौर पर नहीं मिला जा सकता है।

ये थे मौजूद

प्रेसवार्ता के दौरान आयोजन समिति के रविन्द्र पाटीदार, कल्याणी पाटीदार, अशोक पोरवाल, प्रदीप उपाध्याय, निमिष व्यास, कैलाश झालानी, अनिल झालानी, मनोहर पोरवाल, मंगला देवड़ा, मोनिका शर्मा,व सतीश राठौर सहित आयोजन समिति के सदस्य मौजूद थे।

कथा स्थल पर बनाया गया विशाल पंडाल

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ऐसे पहुंचे कथा स्थल तक

बाजना तरफ से आने वालों के लिए

बाजना बस स्टेण्ड से शंकरगढ़, त्रिवेणी मेला ग्राउण्ड से कथा स्थल कनेरी रोड़।

 जावरा तरफ से आने वालों के लिए

सेजावता से बंजली बायपास होते हुए मेडिकल कॉलेज, राममंदिर से कस्तुरबा नगर, डोंगरे नगर, उत्कृष्ट स्कूल, बाजना बस स्टेण्ड से त्रिवेणी मेला ग्राउण्ड से कथा स्थल तक पहुंचा जा सकता है।

इंदौर, उज्जैन एवं धार तरफ से आने वालों के लिए

सालाखेड़ी पुलिस चौकी से करमदी गांव होते हुए मथुरी गांव से कथा स्थल तक पहुंचा जा सकता है।

झाबुआ-पेटलावाद तरफ से आने वालों के लिए

रानीसिंग गांव से कनेरी होते हुए कथा स्थल तक पहुंच सकते है श्रद्वालु।

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